छोटे- छोटे से सपने जो थे कभी अधूरे,विष्णु के सुशासन में हो रहें है पूरे।सुकमा जिले के आदिवासी युवाओं ने देखा एयरपोर्ट,जंगल सफारी, रेलवे स्टेशन एवं पुलिस मुख्यालय।जंगल सफारी पहुंचे युवाओं ने कहा, शेर देखने का सपना हुआ सच।
छुक-छुक गाड़ी और आसमान में हवाई जहाज देख दौड़ पड़े युवा।छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित सुकमा जिले के सिलगेर, टेकलगुड़ा और पुवर्ती गांवों के 47 युवक-युवतियां अपने गांव से पहली बार बाहर निकले हैं