मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शहरों में स्वच्छता, मेट्रो जैसे अत्याधुनिक परिवहन साधन, युवाओं को रोजगार आज की प्राथमिकताएं हैं। आज एक मंच पर एक बहुआयामी कार्यक्रम के माध्यम से इन क्षेत्रों में प्रोत्साहन, नए कार्यों की शुरूआत और नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति प्रदान करने का महत्ती कार्य हो रहा है। यह एक लघु कुंभ की तरह है, जिसमें अलग-अलग तरह के हितग्राहियों, शासकीय सेवकों और संस्थाओं को पुरस्कृत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड में स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में श्रेष्ठ कार्य के लिए चयनित नगरीय निकायों को पुरस्कृत कर रहे थे।
- इंदौर-भोपाल के बाद प्रदेश के अन्य नगरों में मेट्रो की योजना
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नगरीय निकायों के विकास कार्यों के लिए 1000 करोड़ रूपए की राशि का अंतरण किया। इस अवसर पर भोपाल मेट्रो परियोजना के दूसरे चरण के लिए 8 स्टेशनों का भूमिपूजन भी किया गया। डॉ. यादव ने कहा कि एक समय था कि जब मेट्रो ट्रेन प्रदेशवासियों के लिए एक स्वप्न थी। भोपाल और इंदौर के बाद जबलपुर, ग्वालियर और प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों में भी मेट्रो रेल लाइन के निर्माण की योजना है। प्रदेश में रेलवे क्रासिंग खत्म करने के लिए 105 रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के साथ ही 33
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में “स्वच्छ हम” पुस्तिका एवं “जल मल प्रबंधन नीति 2024’’ का विमोचन भी किया। कार्यक्रम का सजीव प्रसारण प्रदेश के सभी 413 निकायों में किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रिमोट का बटन दबाकर 8 हजार 837 नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने प्रतीक स्वरूप 17 नियुक्ति पत्र मंच पर प्रदान किए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन में राष्ट्रवासियों को स्वच्छता अभियान में भागीदारी का आह्वान किया था। पूरा देश स्वच्छता अभियान के अंतर्गत नगरों, कस्बों और ग्रामों में उदाहरण स्थापित कर रहा है। मध्यप्रदेश को स्वच्छता क्षेत्र में अग्रणी होने का सौभाग्य मिला है। जहाँ इंदौर शहर 7वीं बार स्वच्छतम शहर के रूप में चुना गया, वहीं भोपाल श्रेष्ठ स्वच्छ राजधानी चुनी गई है। भोपाल देश में भी 5वें क्रम पर स्वच्छ शहर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुरस्कृत निकायों को बधाई देते हुए भविष्य में भी स्वच्छता क्षेत्र में बेहतर परिणाम देने की अपेक्षा की।
के नेतृत्व में सभी क्षेत्रों में राष्ट्र प्रगति की ओर अग्रसर है। प्रदेश सरकार भी विकास के सभी क्षेत्रों में कार्य के लिए संकल्पबद्ध है। इसके साथ ही शासन से जुड़े छोटे से छोटे कर्मचारी के सम्मान के प्रति भी सरकार गंभीर है। कार्यक्रम में 8 हजार 837 युवाओं को रोजगार के लिए नियुक्ति पत्र प्रदान किए जा रहे हैं। आने वाले सप्ताह में 15 हजार अन्य नियुक्ति पत्र सौंपे जाने हैं। आज का दिन इन सभी के लिए शुभ दिन है। जीविका का साधन मिलने से बेहतर कोई कार्य नहीं है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नवनियुक्त अधिकारियों-कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं।
- इन निकायों को मिला पुरस्कार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वच्छता पुरस्कारों में देश में स्वच्छतम शहर इंदौर के महापौर श्री पुष्य मित्र भार्गव को पुरस्कार प्रदान किया। इसके साथ ही श्रेष्ठ स्वच्छ राजधानी का पुरस्कार भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय ने ग्रहण किया। इसके अलावा स्वच्छता के क्षेत्र में विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार के लिए चयनित निकायों उज्जैन, सौंसर, मुंगावली, नौरोजाबाद, अमरकंटक, बुदनी, बदनावर, विदिशा, शाजापुर और खंडवा निकायों के पदाधिकारियों को भी पुरस्कृत किया गया। प्रदेश के कुल 47 नगरीय निकाय, 4 संभाग, 3 जिलों, राज्य के रूप में मध्यप्रदेश और एक एसबीएम टीम सहित कुल 65 अवॉर्ड प्रदान किये गये। केन्द्र सरकार के स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 एवं सिटी ब्यूटी कॉम्पटीशन के विभिन्न घटकों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले नगरीय निकायों को कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। सम्मानित किए जाने वाले नगरीय निकायों से आयुक्त, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, स्वच्छता नोडल, सफाई मित्र, फ्रंटलाइन वर्कर आदि सहभागी बने। उल्लेखनीय है कि गत माह आवास और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 के परिणामों की घोषणा की गई थी। इसमें प्रदेश के नगरीय निकायों एवं प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 एवं सिटी ब्यूटी कॉम्पटीशन में विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया है।