
रोहित ने मैच रेफरी और पिछले साल भारत में आयोजित विश्व कप में पिचों को मिली कुछ रेटिंग पर भी निशाना साधा। रोहित ने कहा, मुझे लगता है कि यह जरुरी है कि हम जहां भी जाएं तैयार रहें। आप जानते हैं, इनमें से कुछ मैच रेफरी को इस बात पर नजर रखने की जरूरत है कि वे पिचों को कैसे रेटिंग देते हैं। यह काफी जरुरी है। मैं अभी भी विश्वास नहीं कर सकता कि विश्व कप फाइनल की पिच को औसत से नीचे रेटिंग दी गई थी। फाइनल में एक बल्लेबाज ने शतक बनाया था। वह खराब पिच कैसे हो सकती है? तो ये वो चीजें हैं जिनकी आईसीसी, मैच रेफरी को जरूरत है पिचों पर गौर करना और उन्हें जो दिखता है उसके आधार पर रेटिंग देना शुरू करना, न कि देशों के आधार पर। मुझे लगता है कि यह काफी जरुरी है।
रोहित ने कहा कि जिस पिच पर शतक लगा था, उसे औसत करार दिया गया, लेकिन केपटाउन की पिच पर कोई सवाल नहीं खड़े हुए। पिच रेटिंग को लेकर दोहरे रवैये पर रोहित ने आईसीसी की आलोचना की है।