मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी कैबिनेट 11 फरवरी को रामलला के दर्शन करेगी। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना समेत विभिन्न दलों के विधायक भी मौजूद रहेंगे। पूर्व में सीएम योगी ने एक फरवरी को कैबिनेट के साथ दर्शन करने की घोषणा की थी। हालांकि अयोध्या में रोजाना दर्शन के लिए देश भर से उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया था। अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्त ने बताया कि अब कैबिनेट और विधानसभा के ज्यादातर सदस्य 11 को दर्शन करने के लिए आएंगे। दर्शन के बाद सभी विशिष्टजनों को अयोध्या में भोज भी दिया जाएगा।
संघ व विहिप के चार हजार कार्यकर्ताओं ने किए रामलला के दर्शन
प्रांतवार दर्शन के क्रम में शुक्रवार को उत्तर बिहार व नेपाल से आए संघ व विहिप के चार हजार कार्यकर्ताओं ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। आस्था स्पेशल ट्रेन से दोपहर 12:30 बजे उत्तर बिहार के दो हजार व दोपहर 2:30 बजे नेपाल के 300 कार्यकर्ता अयोध्या पहुंचे। स्टेशन पर उतरते ही पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत सम्मान किया गया।
यहां से सभी कार्यकर्ता तीर्थ क्षेत्र पुरम पहुंचे। जहां विश्राम के बाद सभी ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। संघ के कार्यकर्ता शांतनु शर्मा ने कहा कि राममंदिर निर्माण से राष्ट्र मंदिर का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। विहिप के उत्तर बिहार के प्रांत पदाधिकारी अंजनी उपाध्याय ने कहा कि वे मंदिर आंदोलन का भी हिस्सा रहे हैं।
तत्कालीन सरकारों ने मंदिर मुद्दे को उलझा कर रखा था। केंद्र में मोदी सरकार बनते ही मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। आज भव्य मंदिर बनकर तैयार है और सनातन धर्म की कीर्ति पताका लहरा रही है। तीर्थ क्षेत्र पुरम के व्यवस्थापक गजेंद्र सिंह ने बताया कि इससे पहले चित्तौड़ के 1400 कार्यकर्ता गुरुवार की देर रात अयोध्या पहुंचे थे। उन्होंने भी रामलला के दर्शन किए हैं।